
सिंगरौली। जिले में एक नई परंपरा की शुरुआत हुई है। जिले के कलेक्टर ने पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए एनटीपीसी के वीआईपी बंगले को छोड़ दिया है। अब वे आम जनता के बीच रहकर कार्य करेंगे। उनके इस निर्णय की जिलेभर में चर्चा हो रही है और लोग इसे जनहित में उठाया गया स्वागतयोग्य कदम बता रहे हैं। जानकारी के अनुसार, अब तक जिले में पदस्थ रहने वाले कलेक्टर एनटीपीसी के आवास में ही निवास करते आए हैं। लेकिन वर्तमान कलेक्टर ने यह परंपरा तोड़ते हुए जनता के नजदीक रहना चुना है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी इस पहल की सराहना की है। नागरिकों का कहना है कि इससे प्रशासन और जनता के बीच की दूरी कम होगी और समस्याओं का निवारण तेज़ी से होगा
सिंगरौली कलेक्टर की तरह अगर सभी अधिकारी सोच ले तो जिला तुरंत सुधार सकता है जनता के बीच बैठने वाले अधिकारी का हमेशा सम्मान होता है कलेक्टर गुलामी नहीं बन सकता है कलेक्टर जिले का स्वतंत्र अधिकारी होता है सभी अधिकारी गुलामी करना छोड़ दें जिला सुधर गया ऐसे कलेक्टर कभी-कभी जिले को मिलता है आज इस कलेक्टर को देखकर संपूर्ण जिला वशी धन्य हो गया





