उप जिलाधिकारी के आदेश की धज्जियां उड़ा रहा ‘वैरा सिटी’ ट्रांसपोर्टर

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सरई में कोयला शिफ्टिंग के दौरान हो सकती है कभी भी बड़ी दुर्घटना

 

 

सरई/सिंगरौली।ऊर्जाधानी’ की सड़कों पर 10 की जगह 15 से अधिक गाड़ियों का काफिला बेरोकटोक; पुलिस की चुप्पी पर गहरा रोष

सिंगरौली (मध्य प्रदेश): ‘ऊर्जाधानी’ के नाम से मशहूर सिंगरौली जिले के सरई थाना क्षेत्र में सुरक्षा नियमों और प्रशासनिक आदेशों की खुलेआम अवहेलना का एक गंभीर मामला सामने आया है। एक ‘वैरा सिटी’ नामक कोयला ट्रांसपोर्टर, जिसे कथित तौर पर महेंद्र शुक्ला संचालित करते हैं, सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) द्वारा जारी किए गए यातायात संबंधी सख्त निर्देशों को लगातार धता बता रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों के जीवन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

आदेश बनाम हकीकत: नियमों का खुला उल्लंघन

SDM ने कोयला ढोने वाले वाहनों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं और ट्रैफिक जाम को नियंत्रित करने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि एक साथ अधिकतम 10 गाड़ियाँ ही कोयला शिफ्टिंग के लिए चलेंगी।

लेकिन ज़मीनी हकीकत इस आदेश की मज़ाक उड़ा रही है:

सत्ता की धौंस: ग्रामीणों और चश्मदीदों के अनुसार, महेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में यह ट्रांसपोर्टर अपनी ‘माफियागिरी’ दिखाते हुए, निर्धारित सीमा से लगभग 50 प्रतिशत अधिक, यानी 15 से अधिक कोल वाहनों का विशाल काफिला सड़कों पर बेलगाम दौड़ा रहा है।

जानलेवा रफ़्तार: यह अनियंत्रित काफिला न केवल सड़कों को अवरुद्ध करता है, बल्कि ये वाहन अत्यधिक तेज गति से चलते हैं, जिससे इलाके में धूल का भयानक बवंडर उठता है। यह बवंडर सड़क किनारे रहने वालों के लिए श्वसन संबंधी रोगों का बड़ा कारण बन रहा है और राहगीरों के लिए विज़िबिलिटी (दृश्यता) को शून्य कर रहा है।

अराजकता और विवाद: स्थानीय निवासियों द्वारा सुरक्षा नियमों के इस खुले उल्लंघन का विरोध करने पर, ट्रांसपोर्टर के गुर्गों द्वारा अक्सर विवाद और धमकी दी जाती है, जिससे क्षेत्र में भय और अराजकता का माहौल बन गया है।

जिम्मेदारों की ‘संशयपूर्ण’ चुप्पी

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि उन्होंने इस गंभीर अनियमितता और SDM के आदेश की अवहेलना की शिकायत कई बार पुलिस और संबंधित अधिकारियों से की है, लेकिन अब तक ‘वैरा सिटी’ ट्रांसपोर्टर पर कोई ठोस या प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।

यह सवाल प्रशासन पर एक बड़ा धब्बा है कि जब एक ओर शासन जनता की सुरक्षा का दावा करता है, वहीं सरई पुलिस और संबंधित अधिकारी खुलेआम हो रहे इस जानलेवा उल्लंघन पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? ऐसा प्रतीत होता है कि इस ‘जिद्दी’ ट्रांसपोर्टर के आगे पूरा स्थानीय प्रशासन बेबस हो चुका है, या फिर जानबूझकर इस उल्लंघन को अनदेखा कर रहा है।

जनता की सुरक्षा के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग

इस समाचार के माध्यम से जिला प्रशासन और उच्चाधिकारियों से अपील की जाती है कि वे तत्काल इस मामले का संज्ञान लें। आम जनता की सुरक्षा को ताक पर रखकर नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाने वाले ‘वैरा सिटी ट्रांसपोर्टर’ (महेंद्र शुक्ला) के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाए ताकि सिंगरौली की सड़कों पर नियमों का रा

ज स्थापित हो सके।