खाद वितरण में अव्यवस्था होने पर कठोर कार्यवाही के लिए तैयार रहें – कमिश्नर
सिंगरौली 30 अक्टूबर कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद ने कृषि आदान की जिलेवार समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि कृषि संभाग और प्रदेश की अर्थव्यवस्था का आधार है। किसानों की स्थिति में सुधार होने से पूरे संभाग में आर्थिक विकास होगा। कृषि अधिकारी खेती को आधुनिक बनाने में किसानों को उचित मार्गदर्शन और सहयोग करें। क्षेत्र का नियमित रूप से भ्रमण करके विभागीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करें। किसानों को श्रीअन्न की खेती और व्यावसायिक खेती के लिए प्रोत्साहित करें। अभी से गांव-गांव जाकर किसानों को उचित नरवाई प्रबंधन के लिए जागरूक करें। नरवाई जलाना दण्डनीय अपराध है। नरवाई जलाने वाले किसानों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करें। किसानों को रोटावेटर, हैप्पीसीडर तथा सुपर सीडर के माध्यम से नरवाई प्रबंधन के लिए प्रेरित करें।
कमिश्नर ने कहा कि संभाग के सभी जिलों में खाद की रैक लगातार प्राप्त हो रही है। मार्कफेड के डबल लॉक सेंटर, समितियों तथा निजी विक्रेताओं से खाद के वितरण पर कड़ी निगरानी रखें। डबल लॉक सेंटर में कृषि विभाग तथा अन्य विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर खाद का वितरण कराएं। किसानों को सही तरीके से टोकन देकर खाद वितरित करें जिससे किसानों को लाइन में न लगना पड़े। जिले में खाद की रैक प्राप्त होने की प्रतिदिन सूचना जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से किसानों तक पहुंचाएं। खाद के वितरण में अव्यवस्था होने पर उत्तरदायी अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। कमिश्नर ने कहा कि मौसम साफ होते ही किसान आगामी फसल की बुवाई शुरू कर देगा। उन्नत बीजों का तत्काल वितरण कराएं। असमय वर्षा से यदि कहीं फसलों को नुकसान हुआ तो उसका सर्वे कराएं।
कमिश्नर ने विभाग के तहत संचालित कृषि फार्मों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी जिलों में कृषि फार्मों की स्थिति दयनीय है। संयुक्त संचालक कृषि आगामी फसल के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार कर सभी कृषि फार्मों में उपलब्ध शत-प्रतिशत भूमि पर फसलों की बुवाई कराएं। फार्मों के प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात करें। फार्मों से तैयार बीज की गुणवत्ता की निगरानी करें। सभी फार्मों में फसलों की उत्पादकता संभाग की औसत उत्पादकता से अधिक होना सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने संयुक्त आयुक्त को संभाग के सभी कृषि फार्मों की जाँच करके प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में कृषि यंत्रों के वितरण, जैविक खेती, उद्यानिकी फसलों, धान तथा कोदौ उपार्जन की तैयारियों की भी समीक्षा की गई।
बैठक में कमिश्नर ने कहा कि संभागीय कृषि मेले में कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं से किसानों को हितलाभ का वितरण कराएं। बैठक में संयुक्त संचालक कृषि मनोज कश्यप ने संभाग के सभी जिलों में फसलों की स्थिति, खाद बीज के वितरण तथा विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी दी। बैठक में संयुक्त आयुक्त सुदेश मालवीय, संयुक्त आयुक्त दिव्या त्रिपाठी, सहायक संचालक प्रीति द्विवेदी, उप संचालक कृषि रीवा यूपी बागरी, सतना आशीष पाण्डेय, सीधी आर एस चौहान, सिंगरौली अनुज सिंह, संभागीय प्रबंधक मार्कफेड नेहा पीयूष तिवारी, जिला प्रबंधक शिखा सिंह तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।





